गुरु पर्वत पर अगर मंदिर का चिन्ह हो तो ऐसे व्यक्ति दयालु होता है। अपने समाज के प्रति समर्पण की भावना होती है, कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़ा ...
गुरु पर्वत पर अगर मंदिर का चिन्ह हो तो ऐसे व्यक्ति दयालु होता है। अपने समाज के प्रति समर्पण की भावना होती है, कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़ा रहता है। हर संभव मदद करता है धार्मिकता उनका एक अंग होता है। समाज में इनको अव्वल दर्जे का सम्मान मिलता है गुणवान होने के कारण इनसे सलाह लेते हैं। तथा सलाह भी बिना शर्तों पर देते हैं, जिससे अगले व्यक्ति का जीवन सुधार सके और जीवन को सही दिशा में ले जा सके। ऐसे व्यक्ति में अहंकार नाम का कोई चीज़ नहीं होता है।अहंकार नहीं होने के कारण से लोग इनको अच्छी निगाह से देखते हैं। ऐसे व्यक्ति में उच्च नीच की भावना नहीं होती है। इस प्रकार का व्यक्ति हमेशा चाहता है कि समाज देश के लिए कुछ करे और करता भी है।ऐसे व्यक्ति को नाम यश धन सब कुछ मिल जाता है , अपने ज्ञान के बल पर व्यक्ति लोगों को सहारा देने का काम करता है। जीवन में गुरु का अहम भूमिका होती है। गुरु देव की उपासना करते रहना चाहिए जिससे शुभता बनी रहे।
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